द्रौपदी मुर्मू से जुड़े Latest 11 तथ्य – Draupadi Murmu Biography Religion&More

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नमस्कार दोस्तों BiographySmart.Com एक बार फिर से आप सभी का स्वागत करते है आज हम बात करने वाले है उड़ीसा की एक महिला की जिनका नाम Draupadi Murmu है और आज हम इस आर्टिकल में draupadi murmu biography की जानकरी विस्तार से हिंदी में बताएंगे तो दोस्तों आर्टिकल को पूरा पढ़े और अपनी राय हमे कमेंट बॉक्स में बताये 

द्रोपदी मुर्मू ने अपने जीवन की शुरुवात एक टीचर के रूप में की थी इनकी शादी श्याम चरण मुर्मू से हुई थी जिनसे इनको दो बेटे और एक बेटी का जन्म हुवा मगर बदकिस्मती से इनके पति और दोनों बेटो की मृत्यु हो गई और उनकी बेटी इस समय भुवनेश्वेर में है Draupadi Murmu की बेटी की शादी हो चुकी है 

Draupadi Murmu Biography

Draupadi Murmu ने टीचर के रूप में काम करते हुवे काफी प्रसिद्धि हासिल की इसके बाद Draupadi Murmu ने 1997 में पंचायत का इलेक्शन जीतकर राजनीती में कदम रखा भाजपा के साथ जुड़कर कई दिनों तक कार्य किया और राष्ट्रपति चुनाव 2022 में NDA (National Democratic Alliance) ( नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस) की तरफ से 15 वें महामहिम के रूप में चुनी गई तो दोस्तों अब हम आपको draupadi murmu biography की जानकारी पहले शार्ट में बताते है इसके बाद नीचे आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे 

Draupadi Murmu Biography शार्ट में

महिला नेता का नाम  द्रोपदी मुर्मू 
पिताजी का नाम  बिरांची नारायण टुडू 
जन्म  20 जून 1958 
जन्मस्थान  उपरबेड़ा, मयूरभंज, ओडिशा (भारत) india  
उम्र  64 साल 2022 तक 
वजन  74 किलो 
लम्बाई  5 फिट 4 इंच 
जाति  अनुसूचित जनजाति (ST)
धर्म  हिन्दू धर्म 
राजनितिक दल  भारतीय जनता पार्टी 
पति का नाम  श्याम चरण मुर्मू  
बच्चे  3 बच्चे 
शिक्षा  रमा देवी महिला विश्वविधालय, भुवनेस्वर 
पेशा  पहले टीचर अब राजनीतीज्ञ 
उपलब्धि  9th राज्यपाल, झारखंड  
सम्पति  लगभग 10 लाख 

तो दोस्तों Draupadi Murmu Biography को हमने आपको शार्ट में बता दिया है अब आपको विस्तार से बताते है सबसे पहले बात करते है Draupadi Murmu के जीवन की draupadi murmu kaun hai इसके बारे में विस्तार से जानेंगे 

Draupadi Murmu Biography – जीवन परिचय 

Draupadi Murmu का जन्म 20 जून 1958 को उड़ीसा के एक गांव मयूरभंज में हुवा द्रोपदी मुर्मू अनुसूचित जाति से बिलोंग करती है draupadi murmu age 2022 तक 64 साल है और इनका धर्म हिन्दू है इन्होने अपने करियर की शुरुवात एक टीचर के रूप में की थी और धीरे धीरे इन्हे प्रसिद्धि मिली 

इसके बाद इन्होने 1997 में पंचायत का इलेक्शन जीतकर राजनीती में कदम रखा द्रोपदी मुर्मू की शादी श्यामचरण मुर्मू से हुई जिनसे इन्हे तीन बच्चे दो बेटे और एक बेटी हुई इनके घर में खुशहाली छा गई थी लेकिन वो खुशी ज्यादा दिन नहीं रही इनके दोनों बेटो की मर्त्यु हो गई          

2015 से 2021 तक द्रोपदी मुर्मू ने झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया इसके बाद 2022 में राष्ट्रपति चुनाव में जीतकर 15 वी महामहिम बनी राष्ट्रपति चुनाव में मुर्मू को 64% यानी 6 लाख 76 हजार 8 सौ 3 वोट मिले। ओर अब (draupadi murmu president) द्रोपदी मुर्मू देश के 15 वें राष्ट्रपति के रूप में सेवा में लग चुकी है

Draupadi Murmu Biography – व्यक्तिगत जीवन

द्रोपदी मुर्मू का जन्म रायरंगपुर के बेदापोसी जगह के उपरबेड़ा गाँव में एक संथाली परिवार में हुवा था इनके पिता ओर दादा एक किसान थे साथ ही गांव के सरपंच भी रहे। 

इनके परिवार ने मुर्मू का बचपन का नाम पूति टुडू रखा था लेकिन जब उन्हें स्कूल भेज गया तब उनके टीचर ने उनका नाम बदलकर द्रोपदी रख दिया।  

द्रोपदी ने अपनी शुरूवाती शिक्षा अपने गांव उपरबेडा के प्राथमिक स्कूल से पूरी की ओर पांच साल की उम्र में वे आगे की पढ़ाई के लिए भुवनेश्वर चली गई।

उनकी माध्यमिक शिक्षा गर्ल्स हाई स्कूल यूनिट 2 से पूरी हुई और रमादेवी महिला कॉलेज से उनको स्नातक की उपाधि प्राप्त हुई। उसके बाद उनकी शादी श्यामचरण मुर्मू से हुई जिनसे इनको दो बेटे और एक बेटी हुई। शादी के 7 साल के अंदर इनके दो बेटों, पति, माँ और एक भाई की मृत्यु हो गई।

करियर की शुरुवात – Draupadi Murmu Biography 

द्रोपदी मुर्मू ने उड़ीसा के सिचाई विभाग में जूनियर सहायक के रूप में 1979 से 1983 तक काम किया। इसके बाद रायरंगपुर में अरबिंदो इंटिगर्ल एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर में एक टीचर के रूप में 1994 से 1997 तक सेवा दी।

वह उन्होंने भूगोल हिंदी गणित और उड़िया में पढ़ाई करवाई ओर उन्होंने स्कूल में कभी भी पूरी सैलरी की मांग नही की।

Draupadi Murmu Biography – राजनीतिक करियर

द्रोपदी मुर्मू को 1997 में महिलाओं के लिए आरक्षित सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में रायरंगपुर पंचायत की पार्षद के रूप में चुना गया था। इसके बाद वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं।

साल 2000 में रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव जीता और साल 2000 से 2009 के बीच उड़ीसा विधानसभा क्षेत्र में दो बार सेवा की। उड़ीसा में भाजपा और बीजद गठबन्धन सरकार के दौरान वो स्वतंत्र प्रभार वाली राज्यमंत्री थी। 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक परिवहन, मतस्य पालन में सेवा की। ओर 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक पशु संसाधन विकास में सेवा दी।

2007 में द्रोपदी मुर्मू उडीसा विधानसभा क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ विधायक होने पर नीलकंठ पुरस्कार से समानित किया गया। 2009 में भाजपा और बीजद का गठबंधन खत्म होने पर मयूरभंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव हार गई। इसके बाद द्रोपदी मुर्मू को 2013 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए चुना गया। और 2015 तक जिला अध्यक्ष रही।

18 मई 2015 को द्रोपदी मुर्मू ने झारखंड के राजयपाल के रूप में शपथ ली और इस पद को संभालने वाली पहली महिला बनी द्रोपदी मुर्मू भाजपा की तरफ से झारखंड की राजयपाल का कार्यभार 6 साल तक संभाला और इस दौरान वो ज्यादातर सत्ता में रही 

द्रोपदी मुर्मू केंद्रसरकार के अपने पुरे कार्यकाल में भी सत्ता में ही रही 2019 में द्रोपदी मुर्मू ने हेमंत सोरेन को झारखण्ड का मुख्यमंत्री बनाया द्रोपदी मुर्मू ने 2016 और 2017 में रघुबर दास मंत्रालय छोटा नागपुर टेनेंसी एक्ट 1908, और संथाल परगना टेनेंसी एक्ट, इन दो मूल कानूनों से अपनी भूमि पर आदिवासी समुदायों की रक्षा की थी  

द्रोपदी मुर्मू का झारखंड की राज्यपाल के रूप में छह साल का कार्यकाल मई 2015 में शुरू हुआ और जुलाई 2021 में समाप्त हुआ। 2017 में, उन्होंने झारखंड विधानसभा द्वारा पारित धर्म की स्वतंत्रता विधेयक, 2017 और भूमि अधिग्रहण 2013 अधिनियम में संशोधन के लिए एक विधेयक को मंजूरी दी।

नया धर्म विधेयक किसी व्यक्ति को अपना धर्म बदलने के लिए मजबूर करने या लुभाने के लिए तीन साल की जेल के साथ दंडनीय अपराध की सजा सुना सकता है। यदि प्रपीड़ित व्यक्ति अनुसूचित जाति या जनजाति का सदस्य है, अवयस्क है, या महिला है, तो जेल की अवधि चार साल तक बढ़ा दी जाती है। जुर्माना किसी भी मामले में लगाया जा सकता है।  

स्वैच्छिक धर्मांतरण के लिए उपायुक्त को अपने धर्मांतरण की  सूचना विधेयक में देना और परिस्थितियों की पूरी जानकारी देना अनिवार्य किया गया है।

द्रोपदी मुर्मू के चुनाव का अभियान – Draupadi Murmu Biography 

जून 2022 में, भाजपा ने द्रोपदी मुर्मू को 2022 के चुनाव के लिए भारत के राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया। विपक्षी दलों ने द्रोपदी मुर्मू के सामने यशवंत सिन्हा को खड़ा किया 

द्रोपदी मुर्मू ने अपने चुनाव अभियान के दौरान अपनी उम्मीदवारी के समर्थन के लिए अलग अलग राज्यों का दौरा किया बीजद, वाईएसआरसीपी, झामुमो, बसपा, एसएस और जद (एस) जैसे कई विपक्षी दलों ने चुनाव से पहले उनकी उम्मीदवारी के समर्थन की घोषणा की थी।

21 जुलाई 2022 को मुर्मू ने 28 में से 21 राज्यों में आम विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर 676,803 चुनावी मतों के स्पष्ट बहुमत के साथ 2022 का राष्ट्रपति चुनाव जीता। और द्रौपदी मुर्मू को भारत के राष्ट्रपति के रूप में चुना गया और उन्होंने 25 जुलाई 2022 को पद ग्रहण किया। 

Draupadi Murmu Biography – राष्ट्रपति पद 2022 – वर्तमान

26 जुलाई 2022 को, द्रौपदी मुर्मू ने भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली, जिसे पूर्व राष्ट्रपतियों, उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और अन्य प्रतिनिधियों की उपस्थिति में भारत के 48 वें मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना द्वारा प्रशासित किया गया था।

  • शपथ ग्रहण का वीडियो देखे

वह भारत में नामित जनजातीय समुदाय से राष्ट्रपति निर्वाचित होने वाली पहली व्यक्ति हैं। वह 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद राष्ट्रपति चुने जाने वाली सबसे कम उम्र की और पहली व्यक्ति हैं। प्रतिभा पाटिल के बाद द्रोपदी मुर्मू भारत की राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला हैं।

14 अगस्त 2022 को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर भारत के राष्ट्रपति के रूप में पहली बार राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने देश की जनता को 75वीं स्वतंत्रता की बधाई दी।

सितंबर 2022 में, उन्होंने देश से तपेदिक के उन्मूलन के लिए एक सरकारी कार्यक्रम ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत’ की शुरुआत की। वह कर्नाटक में 10 दिवसीय राज्य उत्सव ‘मैसूर दशहरा‘ का उद्घाटन करने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति बनीं।

  • मैसूर में आयोजित सभी दशहरा उत्सवों का उपकेंद्र

draupadi murmu biographyCC BY 2.0, कड़ी

शुरुआती महीनों में, मुर्मू ने असम, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम सहित देश के पूर्वोत्तर राज्यों का बड़े पैमाने पर दौरा किया और विभिन्न विकास परियोजनाओं के कार्यक्रमों में भाग लिया।

नवंबर 2022 में, उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों के शुभारंभ में भाग लेने के बाद और राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद अपने गृह राज्य ओडिशा का पहला दौरा किया। इस यात्रा के दौरान उन्होंने अपने अल्मा मेटर स्कूल का दौरा किया और बाद में सड़क के किनारे स्कूली बच्चों के साथ बातचीत की और 2 किलोमीटर पैदल चलकर पुरी जगन्नाथ मंदिर के देवताओं की पूजा की।

draupadi murmu biographyCC BY-SA 1.0, कड़ी

द्रौपदी मुर्मू को प्राप्त पुरस्कार – Draupadi Murmu Biography 

2007 में ओडिशा विधान सभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए ‘नीलकंठ पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।

द्रौपदी मुर्मू से जुड़े 11 तथ्य

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के एक छोटे से शहर से देश के सर्वोच्च नागरिक बनने तक का सफर तय किया है। वह राष्ट्रपति बनने वाली देश की पहली आदिवासी महिला हैं। द्रौपदी मुर्मू से जुड़े कई ऐसे तथ्य हैं, जिन्हें आपको जानना चाहिए।

  1. द्रौपदी मुर्मू स्वतंत्र भारत में जन्मी देश की सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति बन गई हैं। पहले यह रिकॉर्ड संजीव रेड्डी के नाम था।
  2. द्रौपदी मुर्मू भारत की आदिवासी राष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला हैं।
  3. राष्ट्रपति बनने से पहले द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनीं। 
  4. उन्हें आदिवासी समुदाय से पहली बार किसी राज्य का राज्यपाल बनने का गौरव भी प्राप्त है।
  5. द्रौपदी मुर्मू की एक बेटी है। उसका नाम इतिश्री मुर्मू है। वह एक बैंक अधिकारी हैं।
  6. बीजेपी के साथ राजनीति में एंट्री 1997 में वे भाजपा में शामिल हो गए और रायरंगपुर नगर पंचायत में पार्षद पद पर जीत हासिल की।
  7. वह बीजेपी के टिकट पर साल 2000 और 2009 में दो बार विधायक बनीं. 
  8. परिवार में आई हार से द्रौपदी मुर्मू टूट गई थी। सदमे से उबरने के लिए, वह ब्रह्मा कुमारी संस्थान में शामिल हो गईं। 
  9. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल खत्म होने पर भी द्रौपदी मुर्मू का नाम बतौर उम्मीदवार चर्चा में था.
  10. देश के सर्वोच्च नागरिक पद को हासिल करने वाली महिलाओं में दूसरे स्थान पर द्रौपदी मुर्मू का नाम दर्ज है.
  11. पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के बाद राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला हैं।

तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में Draupadi Murmu Biography की  जानकारी हमने विस्तार से बताई है ये आर्टिकल आपको कैसा लगा हमे कमेंट में जरूर बताये और अगर इस Draupadi Murmu Biography के आर्टिकल में कुछ भी गलत हो तो हमे जरूर बताये 

Draupadi Murmu Biography – FAQ

Q: द्रौपदी मुर्मू का पति कौन है?

Ans: एक बैंकर श्याम चरण मुर्मू 

Q: द्रौपदी मुर्मू कहाँ से है?

Ans: मयूरभंज जिला पूर्वी भारत में ओडिशा राज्य

Q: द्रौपदी मुर्मू की उम्र कितनी है?

Ans: 64 वर्ष 20 जून, 1958

Q: द्रौपदी मुर्मू के पति का क्या हुआ?

Ans: श्याम चरम मुर्मू का 2014 में निधन हो गया

Q: द्रौपदी मुर्मू का पुत्र कौन है?

Ans: लक्ष्मण मुर्मू

Q: द्रौपदी मुर्मू की बेटी का क्या नाम है?

Ans: इतिश्री मुर्मू

Q: द्रौपदी मुर्मू कौन जाती है?

Ans: अनुसूचित जनजाति (ST)

Q: द्रौपदी मुर्मू का जन्म कब हुआ था और कहां?

Ans: 20 जून 1958  मयूरभंज, भारत

Q: द्रौपदी मुर्मू का असली नाम क्या है?

Ans: उनका नाम पूति टुडू था

Q: द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति कब बने?

Ans: 25 जुलाई 2022 को

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